Saturday, March 1, 2025

"शब्दों की शक्ति: विश्व प्रशंसा दिवस की अनूठी पहल" : आचार्य रमेश सचदेवा


 "शब्दों की शक्ति: विश्व प्रशंसा दिवस की अनूठी पहल" : आचार्य रमेश सचदेवा 

- शब्दों में है जादू, प्रशंसा से भर दें दिलों को -

हर वर्ष 1 मार्च को "विश्व प्रशंसा दिवस" (World Compliment Day) मनाया जाता है। यह दिन हमें सराहना, आदर और सकारात्मकता के माध्यम से एक-दूसरे को प्रेरित करने का अवसर देता है। आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में, जहाँ लोग अपनी परेशानियों में उलझे रहते हैं, वहाँ एक सरल, सच्ची और आत्मीय प्रशंसा किसी के भी दिन को रोशन कर सकती है।

प्रशंसा का महत्व और सावधानियाँ

एक छोटा-सा प्रशंसा भरा वाक्य किसी के आत्मविश्वास को बढ़ा सकता है, रिश्तों को मजबूत कर सकता है और समाज में सकारात्मकता फैलाने में सहायक हो सकता है। लेकिन यह आवश्यक है कि प्रशंसा सच्चे मन से की जाए, न कि किसी स्वार्थ या दिखावे के लिए।

झूठी प्रशंसा न करें

प्रशंसा का उद्देश्य केवल किसी को खुश करना नहीं, बल्कि उनके सच्चे गुणों और प्रयासों की पहचान करना होना चाहिए। कई बार लोग किसी को खुश करने या अपना काम निकालने के लिए झूठी प्रशंसा करते हैं, जो उचित नहीं है। झूठी प्रशंसा से व्यक्ति अपनी कमियों को नज़रअंदाज़ कर सकता है और आत्मसुधार की भावना खो सकता है। इसलिए केवल वही प्रशंसा करें, जो वास्तव में सत्य और उचित हो।

स्वार्थ साधने के लिए प्रशंसा कतई न करें

प्रशंसा निष्कपट और निस्वार्थ होनी चाहिए। अगर कोई व्यक्ति किसी काम के बदले या अपने लाभ के लिए किसी की प्रशंसा करता है, तो यह मात्र चापलूसी बन जाती है। ऐसी प्रशंसा केवल क्षणिक लाभ दे सकती है, लेकिन इसका कोई दीर्घकालिक प्रभाव नहीं होता। इसके विपरीत, सच्ची और तहेदिल से की गई प्रशंसा व्यक्ति को प्रेरित करती है और समाज में वास्तविक सकारात्मकता लाती है

कैसे करें सही प्रशंसा?

किसी के प्रयास, मेहनत और गुणों की ईमानदारी से सराहना करें।
झूठी या अतिशयोक्ति वाली प्रशंसा से बचें।
किसी भी स्वार्थ या लाभ के लिए प्रशंसा न करें।
प्रशंसा का उद्देश्य केवल व्यक्ति को प्रेरित करना और उसका आत्मविश्वास बढ़ाना होना चाहिए।

अंत में…

"सच्ची प्रशंसा एक निशुल्क उपहार है, जो देने वाले और पाने वाले दोनों के जीवन में सुख, आत्मविश्वास और प्रेरणा भर देती है।"

इस "विश्व प्रशंसा दिवस" पर हम सब यह संकल्प लें कि हम केवल सच्ची और निष्पक्ष प्रशंसा करेंगे। हमारी सच्ची सराहना किसी के जीवन को बेहतर बना सकती है, उसे आगे बढ़ने की प्रेरणा दे सकती है और समाज में सौहार्द और सद्भावना को बढ़ावा दे सकती है।

🚀 याद रखें, एक सच्चा, आत्मीय और निष्कपट शब्द किसी के लिए सबसे बड़ा उपहार हो सकता है! 💙


10 comments:

Sudesh Kumar Arya said...

Good morning bro 😊

Dhruv Kashyap said...

Beautifully written!

Devansh Sharma said...

Such an inspiring read! A simple compliment can work wonders in someone's life. Let's make every day a day of appreciation!

Ayush Shastri said...

Loved this perspective! True appreciation should always be honest and meaningful, not driven by personal gain. Great insights!

Chirag said...

A wonderful message! Compliments should come from the heart and not be mere flattery. True appreciation builds confidence and trust!

Javed Ansari said...

Such a thought-provoking read! Let’s all practice genuine appreciation and make a positive impact on those around us!

Sneha Sharma said...

Beautifully expressed! True appreciation should be selfless and heartfelt, creating a ripple effect of positivity and motivation!

Jyoti Arora said...

World Compliment Day reminds us of the importance of kindness. A simple, sincere praise can make someone's day brighter!"

Neha Duttta said...

This article is a reminder that kindness and appreciation go a long way. Let’s make the world brighter with sincere words of praise!

Shweta said...

A powerful reminder of the impact of genuine appreciation! Honest compliments can inspire, uplift, and strengthen relationships. Let's spread more positivity!"