📌 क्या आप किसी Ego वाले व्यक्ति से बात कर रहे हैं?
"जब 'मैं' सबसे बड़ा हो जाए: ईगो का
सबसे बड़ा लक्षण"
🔍 Ego वाले व्यक्ति को पहचानें इन 10 संकेतों से:
- हमेशा खुद
को सही मानना
- चाहे स्थिति कैसी भी हो, वह कभी अपनी गलती
नहीं मानते।
- बहस में तर्क खत्म होने के बाद भी हार नहीं मानते।
- दूसरों की
बात को महत्व न देना
- दूसरों की राय को छोटा मानना।
- सलाह लेने से कतराना।
- 'मैं' शब्द का
बार-बार प्रयोग
- “मैंने किया”, “मेरे बिना ये नहीं होता”, “मुझे सब आता है, मुझे
पहले ही पता था” जैसे वाक्य।
- छोटी
बातों पर जल्दी बुरा मान जाना
- आलोचना सहन नहीं कर पाते।
- प्रशंसा न मिलने पर चिड़चिड़ा व्यवहार।
- माफ न कर
पाना
- पुराने झगड़े या अपमान को भूल नहीं पाते।
- दूसरों को
नीचा दिखाना
- दूसरों की उपलब्धियों को कमतर बताना।
- उनकी गलतियों को बार-बार याद दिलाना।
- अहंकार के
कारण संबंध खराब होना
- दोस्त, परिवार, सहकर्मी — किसी से भी लम्बे समय तक मधुर संबंध नहीं
निभा पाते।
- सुनना
नहीं, सिर्फ
बोलना पसंद करना
- बातचीत में अपनी बात थोपना।
- दूसरों को बोलने का अवसर न देना।
- सिर्फ
अपने फायदे की सोच रखना
- दूसरों की भलाई या सहयोग की भावना नहीं होती।
- “मुझे क्या मिलेगा?” सोचकर ही काम करना।
- माफी
मांगने में हिचकिचाहट
- अपनी गलती
पर भी शर्मिंदगी या पछतावा नहीं दिखाते।
- “Sorry” कहने में ego आ जाता है।
🧠 ईगो और आत्म-सम्मान (Self-Respect) में फर्क समझिए:
Self-Respect (आत्म-सम्मान) |
Ego (अहंकार) |
सच्चाई और गरिमा से जीना |
खुद को सबसे ऊपर समझना |
विनम्रता से निर्णय लेना |
घमंड से निर्णय लेना |
दूसरों की इज्जत करना |
दूसरों को नीचा दिखाना |
🌱 यदि आपको लगे कि किसी में Ego है तो:
- उससे तर्क
करने से बचें, क्योंकि
वह नहीं मानेगा।
- उसे
विनम्रता और व्यवहार से रास्ता दिखाने की कोशिश करें।
- कभी-कभी
उसका सम्मान दिखाकर आप उसकी कठोरता को पिघला सकते हैं।
अहंकार रिश्ते तोड़ता है, विनम्रता उन्हें जोड़ती है।
अपने आस-पास के व्यवहार को समझें, और हर संवाद
में सम्मान, धैर्य और समझदारी बनाए रखें।
"जब 'मैं' सबसे बड़ा हो जाए: ईगो का सबसे बड़ा लक्षण"
6 comments:
If you start believing in your EGO(greatness), it is the death of your creativity....
Exactly
अति उत्तम विचार
धन्यवाद जी
Learn from all. There is none who has not a single quality. I have noted perseverance among egoists. It is their quality which the learner can imbibe. My View.
Thanks bhai sahib
Post a Comment