✨ इतना मुझे काफी है ✨
न ज्यादा चाहत, न बड़ी उम्मीद,
बस छोटी-छोटी खुशियां ही सजीव।
चंद अपनों की मुस्कान मिले,
इतना मुझे काफी है।
सूरज की पहली किरण जो छू जाए,
हवा का झोंका जो मन बहलाए।
हर दिन नई उमंग जगे,
इतना मुझे काफी है।
दोस्तों के संग हंसी ठिठोली,
बचपन की यादों की मीठी टोली।
कुछ बातें जो दिल बहलाएं,
इतना मुझे काफी है।
माँ के हाथों का स्वाद भरा प्यार,
पिता का साया, जो रखे संवार।
गर्म चाय संग एक कहानी मिले,
इतना मुझे काफी है।
ख्वाहिशें अनगिनत नहीं मुझको,
बस सुकून भरी हो हर धड़कन।
अपनों का साथ, प्रेम अनमोल,
इतना मुझे काफी है। 💖✨
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