🌸 मदर टेरेसा जयंती पर विशेष लेख 🌸
“ईश्वर का प्रेम इंसान की सेवा में छिपा है” – मदर टेरेसा
मदर टेरेसा का जन्म 26 अगस्त 1910 को अल्बानिया में हुआ था। उनका असली नाम एग्नेस गोंझा बोयाजिजू था। बचपन से ही उनके हृदय में गरीबों, असहायों और पीड़ितों के लिए करुणा भरी हुई थी। उन्होंने नन बनकर अपना जीवन मानवता की सेवा को समर्पित कर दिया।
भारत आकर उन्होंने मिशनरीज़ ऑफ चैरिटी संस्था की स्थापना की। कोलकाता की गलियों में भूख, बीमारी और गरीबी से जूझ रहे लोगों को उन्होंने अपनाया। कुष्ठ रोगियों को गले लगाया, अनाथ बच्चों को माँ का स्नेह दिया और मरते हुए लोगों को गरिमा के साथ जीवन का अंतिम सहारा प्रदान किया।
मदर टेरेसा का जीवन हमें सिखाता है कि मानवता से बड़ा कोई धर्म नहीं होता। 1979 में उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार मिला और भारत ने उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया। आज भी उनकी संस्था अनगिनत गरीबों की सेवा कर रही है।
मदर टेरेसा जयंती पर हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि—
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हम पीड़ित और जरूरतमंदों की मदद करेंगे।
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समाज में करुणा, दया और सेवा की भावना जगाएंगे।
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अपने जीवन को केवल स्वार्थ तक सीमित न रखकर, दूसरों की भलाई के लिए भी जीएंगे।
✨ मदर टेरेसा ने कहा था:
“अगर हम सौ लोगों की मदद नहीं कर सकते, तो कम से कम एक की जरूर करें।”
उनकी जयंती पर यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

6 comments:
Love is in the center of all cosmos.
प्रेम व सदभाव में परमात्मा का वास है......
आज की दुनिया को निर्देशित करने के लिए मदर टेरेसा जैसे व्यक्तित्वों की जरूरत है💐🙏
Thanks a lot.
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