विश्व ओज़ोन दिवस पर विशेष लेख “ओज़ोन परत: धरती की ढाल”
लेखक – आचार्य रमेश सचदेवा
हर साल 16 सितम्बर को पूरी दुनिया विश्व ओज़ोन दिवस मनाती है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि हमारी धरती के ऊपर मौजूद ओज़ोन परत (Ozone Layer) केवल एक परत नहीं बल्कि हमारी जीवन रक्षा कवच है। यह हमें सूर्य की खतरनाक पराबैंगनी किरणों (UV Rays) से बचाती है।
यदि यह परत कमजोर हो जाए तो त्वचा कैंसर, आँखों की बीमारियाँ, फसलों की क्षति और
पर्यावरणीय असंतुलन जैसी गंभीर समस्याएँ सामने आ सकती हैं।
✈️ बढ़ता वायु-यातायात: सबसे
बड़ा खतरा
आज सबसे गंभीर खतरा एयर ट्रैफिक से है। दुनिया भर में रोज़ाना एक लाख से अधिक उड़ानें होती हैं और विमान वातावरण की ऊँचाई पर जाकर सीधे ओज़ोन परत को प्रभावित करते
हैं।
- वैज्ञानिक
शोध बताते हैं कि विमान इंजन से निकलने वाली नाइट्रोजन
ऑक्साइड (NOx) और अन्य उत्सर्जन ओज़ोन परत को तोड़ते हैं।
- 2000 से 2020
के बीच हवाई
यात्रा से होने वाला उत्सर्जन लगभग दोगुना हुआ है।
- इंटरनेशनल
काउंसिल ऑन क्लीन ट्रांसपोर्ट (ICCT) के अनुसार, केवल हवाई
यातायात से दुनिया के कुल कार्बन उत्सर्जन का लगभग 2.5%
हिस्सा आता है, और यह दर
तेजी से बढ़ रही है।
📜 भारत और विश्व
की पहलें
ओज़ोन की रक्षा के लिए दुनिया ने मिलकर Montreal
Protocol (1987) पर सहमति बनाई थी। भारत ने भी इस पर हस्ताक्षर कर CFC
(Chlorofluorocarbons) जैसे ओज़ोन-नाशक रसायनों का उपयोग लगभग पूरी तरह समाप्त कर
दिया है।
- भारत
सरकार ने हाल ही में हाइड्रोफ्लोरोकार्बन
(HFCs) को चरणबद्ध तरीके से घटाने का रोडमैप जारी किया है।
- पर्यावरण
मंत्रालय के अनुसार, इन कदमों से 2030 तक भारत
लगभग 100 मिलियन टन
कार्बन उत्सर्जन घटा
सकेगा।
- 2024 की
रिपोर्ट के मुताबिक, ओज़ोन परत में सुधार के संकेत
मिले हैं और उम्मीद है कि 2066 तक यह परत पूरी तरह सामान्य हो जाएगी —
बशर्ते कि हम अपने प्रयास जारी रखें।
🌱 हम क्या कर
सकते हैं?
ओज़ोन की रक्षा केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य
है।
- अनावश्यक
हवाई यात्रा कम करें – छोटी दूरी के लिए ट्रेन या बस को प्राथमिकता दें।
- पर्यावरण
मित्र ऊर्जा अपनाएँ – सौर, पवन और इलेक्ट्रिक साधनों का उपयोग बढ़ाएँ।
- वनों की
रक्षा करें – पेड़ों का कटाव रोकना और बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण
करना सबसे आसान उपाय है।
- जागरूकता
फैलाएँ – स्कूलों, कॉलेजों और संस्थानों में इस विषय पर चर्चा
और अभियान चलाएँ।
⚠️ सरकार और समाज के लिए
चेतावनी
यह दिन केवल भाषण देने का नहीं बल्कि ठोस कदम उठाने
का है। यदि एयर ट्रैफिक, प्रदूषण और पेड़ों की
अंधाधुंध कटाई पर काबू नहीं पाया गया, तो कल हमें सांस लेने के
लिए भी शुद्ध हवा और जीने के लिए सुरक्षित पर्यावरण नहीं मिलेगा।
"धरती का संतुलन
बचाना है,
आने वाली पीढ़ी को मुस्काना है।
ओज़ोन की ढाल को टूटने न देना,
हर इंसान को अब जिम्मेदारी निभाना है।"
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1 comment:
पृथ्वी की वायुमंडल में स्थित इस जीवन रक्षक चादर को बचाना हम सभी का कर्तव्य होना चाहिए👍
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