Saturday, June 14, 2025

विश्व रक्तदान दिवस पर विशेष लेख "शादी से पहले रक्त जांच और रक्तदान का संस्कार – स्वस्थ दांपत्य जीवन की आधारशिला"

 


विश्व रक्तदान दिवस पर विशेष लेख

यह लेख रक्तदान के साथ-साथ एक बहुत महत्वपूर्ण लेकिन उपेक्षित विषय — शादी से पहले रक्त जांच — को जोड़ता है।

"शादी से पहले रक्त जांच और रक्तदान का संस्कार – स्वस्थ दांपत्य जीवन की आधारशिला"

14 जून को विश्व रक्तदान दिवस पूरी दुनिया में मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य लोगों में रक्तदान के महत्व को जागरूक करना और सुरक्षित रक्त की उपलब्धता को सुनिश्चित करना है। इस अवसर पर, हमें यह भी समझना होगा कि रक्तदान केवल एक सामाजिक कार्य नहीं, बल्कि एक स्वस्थ और सजग जीवनशैली की पहचान है।

शादी से पहले रक्त जांच: एक आवश्यक कदम

शादी केवल दो लोगों का नहीं, बल्कि दो परिवारों और भावी पीढ़ियों का मिलन होती है। ऐसे में स्वास्थ्य संबंधी पारदर्शिता अत्यंत महत्वपूर्ण है। यदि दंपत्ति शादी से पहले आवश्यक रक्त जांच करवा लें, तो कई गंभीर बीमारियों और संतान संबंधी जटिलताओं से बचा जा सकता है। प्रमुख जांचें इस प्रकार हैं:

  • थैलेसीमिया कैरियर जांच: अनुवांशिक रोगों से बचाव हेतु।
  • एचआईवी, हेपाटाइटिस बी और सी जांच: संक्रामक रोगों की जानकारी हेतु।
  • ब्लड ग्रुप और Rh फैक्टर परीक्षण: गर्भावस्था में संभावित जटिलताओं से बचाव हेतु।
  • STD स्क्रीनिंग: दांपत्य संबंधों की सुरक्षा हेतु।

इस प्रकार की जांच से पारदर्शिता और विश्वास बढ़ता है, और भावी संतान के लिए एक सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित होता है।

रक्तदान – जीवन देने का संस्कार

जब एक व्यक्ति रक्तदान करता है, तो वह न केवल तीन लोगों की जान बचाने में योगदान देता है, बल्कि स्वयं को भी बेहतर स्वास्थ्य की ओर अग्रसर करता है। नियमित रक्तदान से:

  • आयरन लेवल संतुलित रहता है
  • हृदय रोगों की संभावना कम होती है
  • कैंसर जैसे रोगों का जोखिम घटता है
  • शरीर में नई रक्त कोशिकाएं बनने की प्रक्रिया सक्रिय होती है

रक्तदान करने वालों को पूर्ण स्वास्थ्य जांच भी नि:शुल्क प्राप्त होती है – जिसमें ब्लड ग्रुप, हीमोग्लोबिन, HIV, Hepatitis, और अन्य परीक्षण शामिल होते हैं।

रक्त जांच से रक्तदान की ओर: दोहरा लाभ

हमारे समाज को यह प्रेरणा दी जानी चाहिए कि शादी से पहले रक्त जांच एक अनिवार्य परंपरा बने, जिससे:

  1. भविष्य सुरक्षित हो
  2. अनावश्यक संतान संबंधी मानसिक तनाव से बचाव हो
  3. एक सकारात्मक सामाजिक संदेश जाए कि स्वस्थ विवाह = स्वस्थ समाज

यदि यह जांच रक्तदान शिविरों से जोड़ी जाए, तो यह एक दोहरे लाभ का सौदा होगा — जांच भी हो जाए और व्यक्ति रक्तदान भी करे। ऐसे पूर्व-विवाह रक्तदाता युवाओं को विशेष कार्ड या प्रमाणपत्र देकर पहचान और प्रोत्साहन भी दिया जा सकता है।

🩸 प्रस्ताव – सरकारी और सामाजिक नीतियों की ओर

👉 सरकार और सामाजिक संस्थाएं मिलकर ऐसा मॉडल लागू करें जिसमें:

  • हर विवाह से पहले थैलेसीमिया, HIV, हेपाटाइटिस B/C, Rh फैक्टर, ब्लड ग्रुप आदि की जांच अनिवार्य की जाए।
  • यह सारी जांच रक्तदान शिविरों में नि:शुल्क करवाई जाए।
  • ऐसे रक्तदाताओं को "पूर्व विवाह रक्त स्वास्थ्य प्रमाणपत्र" देकर समाज में जागरूकता फैलाई जाए।

🔖 उपसंहार:

विश्व रक्तदान दिवस केवल रक्त देने की बात नहीं करता, यह जीवन देने की सोच को बढ़ावा देता है। यदि हम युवा अवस्था में ही रक्तदान की आदत डालें और विवाह से पहले स्वास्थ्य जांच को अपने संस्कार का हिस्सा बना लें, तो एक स्वस्थ, सशक्त और जागरूक समाज की स्थापना निश्चित है।

"रक्तदान करें – जीवन बचाएं,
शादी से पहले जांच कराएं – भविष्य संवारें!"

3 comments:

Anonymous said...

Very well explained the importance of donation of blood and it's testing.

Director, EDU-STEP FOUNDATION said...

Thanks

Anonymous said...

Very well explained.